तापी जिला:प्रकृति और संस्कृति का संगम*
तापी जिला गुजरात राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित है और अपने प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर, और समृद्ध आदिवासी परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। यह जिला 2 अक्टूबर 2007 को सूरत जिले से अलग होकर बना था। जिले का नाम “ताप्ती” नदी के नाम पर रखा गया है, जो इस क्षेत्र का जीवनदायिनी मानी जाती है।
### **भौगोलिक स्थिति और प्राकृतिक सौंदर्य**
तापी जिला महाराष्ट्र और गुजरात की सीमा पर स्थित है। यहाँ पश्चिमी घाट की पहाड़ियाँ, हरे-भरे जंगल और जल प्रपात इस क्षेत्र को एक अद्वितीय प्राकृतिक स्वरूप प्रदान करते हैं। यह जिला मुख्य रूप से आदिवासी बहुल है, और यहाँ की प्राकृतिक सुषमा अनगिनत पर्यटकों को आकर्षित करती है।

**मुख्य आकर्षण:** 1
. **गढ़ा जलप्रपात (Gira Falls):** मानसून के दौरान यह जलप्रपात अपनी पूरी भव्यता में दिखाई देता है और पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय स्थल है।
2. **वांसदा नेशनल पार्क:** यह वन्यजीव अभ्यारण्य विभिन्न प्रकार के वनस्पति और जीव-जंतुओं के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पक्षी प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक स्वर्ग है।
3. **ताप्ती नदी:** इस नदी के तट पर विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
4. **गो मुख : ** यह दोन गांव के जंगल के बीच में स्थित है
5. **आंबापानी ( Water Falls ) : ** प्रकृति प्रेमी पर्यटकों के लिए ये स्थल बहुत ही सुंदर है
6. **कंसारी मंदिर : ** यह कावला और निशाना गांव के जंगल के बीच में स्थित है

### **कृषि और अर्थव्यवस्था**
तापी जिला कृषि प्रधान क्षेत्र है। यहाँ मुख्यतः धान, दालें, शाकभाजी और कपास की खेती होती है। पशुपालन,इसके साथ ही आम (केसर आम) और बांस की खेती भी यहाँ के किसानों की आय का प्रमुख स्रोत है।
### **यात्रा के लिए सुझाव**
तापी जिला पूरे वर्ष पर्यटकों का स्वागत करता है, लेकिन मानसून और सर्दियों के मौसम में यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य औरअधिक निखर जाता है।
यदि आप एक शांति भरे,प्राकृतिक स्थल की खोज में हैं, तो तापी जिला आपकी यात्रा सूची मेंअवश्य होना चाहिए।
### **कैसे पहुंचें?**
– **हवाई मार्ग:** निकटतम हवाई अड्डा सूरत है।
– **रेल मार्ग:** व्यारा और सूरत रेलवे स्टेशन से तापी जिले के लिए सूरत से भुसावल ट्रेनें उपलब्ध हैं।
– **सड़क मार्ग:** तापी जिला गुजरात और महाराष्ट्र सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।